समर्पण संस्था का संक्षिप्त परिचय .....
जरूरतमंद ,असहाय व पीड़ित व्यक्तियों के लिए समर्पित समर्पण संस्था एक रजिस्टर्ड सामाजिक संस्था है जिसकी स्थापना नवम्बर, 2009 में की गई ।संस्था में सभी धर्म व जाति के व्यक्ति सदस्य है। संस्था के पदाधिकारी सदस्यों का सामाजिक क्षेत्र में एक स्थान व मुकाम है।संस्था की वर्तमान प्रबन्ध कार्यकारिणी ( 2023-26 ) में कुल 25 सक्रिय सदस्य है।कार्यकारिणी राजस्थान सरकार के सहकारिता विभाग में पंजीकृत है ।
समर्पण संस्था के रजिस्ट्रेशन….
1. राजस्थान संस्था रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1958 के अन्तर्गत- 599/जयपुर/2009-10
2. सार्वजनिक प्रन्यास राजस्थान सार्वजनीन प्रन्यास अधिनियम 1959( 1959 का 42 ) के अधीन सहायक देवस्थान आयुक्त , देवस्थान विभाग , जयपुर खण्ड , जयपुर में रजिस्ट्रेशन…………….139 जयपुर 2024
3. PAN Number - AAEAS2034F
4. TAN Number - JPRS29183A
5. 80G - AAEAS2034FF20214
6. 12A - AAEAS2034FE20211
7. Niti Ayog - RJ/2022/0304490
8. CSR - CSR00034138
9. Udyam Registration Number ( MSME)-UDYAM-RJ-17-0117021
10. Sanstha Adhar Number ( SAN )- SAN 8006540118000110
11. VSDC ( Voluntary Sector Development Centre , Govt. of Rajasthan) Registration Number- VSDC/2023/JAIPUR/1105
12. Trade Mark number- 5311311
13. e-AUDAAN ( Ministry of Social Justice and Empowerment)
NGO ID - RJ / 00036580
संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या ए-वन आर्किटेक्ट्स प्रा.लि. के निदेशक है जो जयपुर व राजस्थान के अनेक शहरों में रिहायशी, वाणिज्यिक, संस्थानिक व व्यावसायिक भवनों के नक्शे डिजाइन कर निर्माण कर चुके हैं। डॉ. माल्या को समाज के लिए किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के लिए देश विदेश की अनेक संस्थाये अवार्ड देकर सम्मानित कर चुकी है ।
संस्था द्वारा गत 15 वर्षों में अब तक लगभग 175 कार्यक्रम मानव हितार्थ आयोजित किये जा चुके हैं। जिसमें 14 रक्तदान शिविरों में 1314 युनिट रक्तदान, 10 शिक्षा सहायता कार्यक्रमों में कुल 875 निर्धन जरूरतमंद विद्यार्थियों को किताबें , फ़ीस के चैक , यूनिफ़ॉर्म, नोटबुक्स, स्टेशनरी आदि उपलब्ध करवाना तथा 422 समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली हस्तियों को ‘‘समर्पण समाज गौरव अवार्ड ’’से सम्मानित करना प्रमुख हैं ।
अन्य कार्यक्रम सरकारी स्कूल के बच्चों को निःशुल्क अंग्रेजी पढ़ाना, निरक्षर महिलाओं को साक्षर करना, निःशुल्क चिकित्सा शिविर, पौधारोपण, योग शिविर, प्याऊ लगवाना, पक्षियों के लिए परिण्डे लगावाना, सामाजिक कुरीतियों पर परिचर्चा, ज्वलन्त मुद्दों पर प्रदर्शन, मैराथन में सदस्यों द्वारा परहित की भावना को लेकर दौड लगाना,गणतन्त्र दिवस व स्वतन्त्रता दिवस पर ध्वजारोहण के साथ विचार गोष्ठियाँ आयोजित करना आदि है।
संस्था द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना वाइरस कोविड- 19 की वजह से किये गये लॉक डाउन (25 मार्च 2020 से 17 मई 2020 ) के दौरान लोकोपकार अभियान चलाकर 30 चरणों में 750 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया । इसी तरह कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लोकोपकार-2 अभियान चलाकर कुल 13 चरणों में 146 संकटग्रस्त जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित कर राशन पहुँचाया गया ।
संस्था द्वारा अक्टूबर 2018 मे जयपुर शहर मे 25 वस्त्र संग्रहण केन्द्र बनाकर नये व पुराने वस्त्र एकत्रित किये गये । वस्त्रों को छाँटकर अलग अलग पैकेट तैयार किये गये । उसके बाद करतारपुरा स्थित 18 बी, श्री कल्याण नगर मे एक वस्त्र बैंक स्थापित किया गया ।वस्त्र बैंक के लिए संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या ने लगभग 1100 वर्गफुट का बेसमेंट हॉल निःशुल्क उपलब्ध करवाया है । वस्त्र बैंक मे कोई भी दानदाता नये व पुराने वस्त्र दान कर सकता है ।साथ ही कोई भी समाजसेवी या संस्था इस वस्त्र बैक से कपड़े इश्यू करवाकर ज़रूरतमंदों मे बाँट सकते है ।
समर्पण वस्त्र बैंक द्वारा लगभग 10 हज़ार से अधिक जरूरतमंद व्यक्तियों को कपड़े व कम्बल वितरित करने का कार्य इण्डियन रिकार्ड के तहत ओएमजी बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के 2020 संस्करण में दर्ज किया गया है ।
संस्था द्वारा वस्त्र बैंक परिसर में एक बुक बैंक भी संचालित किया जा रहा है जिसमें लोग अतिरिक्त किताबें व स्टेशनरी जमा करवाते है और उन्हें जरूरतमंद विद्यार्थियों को भेंट कर दिया जाता है।
संस्था का निर्माणाधीन समर्पण आश्रय केयर भवन ( दादा पोता निवास).....
संस्था का प्रस्तावित " समर्पण आश्रय केयर भवन “ का निर्माण कार्य प्रगति पर है । बेसमेंट व ग्राउण्ड फ़्लोर लगभग तैयार हो चुके है और प्रथम मंज़िल का स्ट्रकचर बन चुका है ।निर्माण कार्य जन सहयोग से नियमित चल रहा है । इस भवन के लिए कानोता के पास साँभरिया रोड ( 200 फ़िट ) पर संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या ने 525 वर्ग गज जमीन दान दी है । भवन मे अनाथ बच्चे व वृद्धजनों को साथ मे रखने की योजना है ।
संस्था का कार्यक्षेत्र राजस्थान राज्य है। अब इसका विस्तार राष्ट्र स्तर पर किया जा रहा है । और सदस्यता कोई भी ले सकता है।
संस्था ने अब तक किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं ली है। सभी कार्यक्रम सदस्यता शुल्क व दान द्वारा प्राप्त राशि द्वारा ही किये जा रहे हैं। संस्था के अपने कुछ भी ख़र्चे नही है । जो भी दान व सदस्यता शुल्क आता है वह 100% परोपकार मे ख़र्च किया जाता है ।प्रत्येक कार्यक्रम के बाद उसका अकाऊन्ट सदस्यो की जानकारी के लिए वाट्सअप ग्रूप पर पोस्ट किया जाता है ।
संस्था की बेबसाइट www.samarpansanstha.org है। जिसका विमोचन सन 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने किया था। वेबसाइट पर संस्था की सभी गतिविधियों के साथ सदस्यों का विवरण भी अपडेट रहता है।
संस्था द्वारा अब तक पाँच स्मारिका ‘‘समर्पण 2010’’ ,‘‘समर्पण 2015’’ , " समर्पण 2017 " व “समर्पण 2019 “ प्रकाशित की जा चुकी है । संस्था की पंचम स्मारिका वर्ष 2022 में “ लोकोपकार “ प्रकाशित की गई है ।स्मारिका प्रकाशन केवल विज्ञापन द्वारा प्राप्त राशि से ही किया जाता है ।
संस्था में अब तक 33 मुख्य संरक्षक व 85 संरक्षक (आजीवन) सदस्य है। जो कि सामाजिक दृष्टि से प्रतिष्ठित व्यक्ति है। 5 विशिष्ट (पांच वर्ष) सदस्य व 24 सम्मानीय सदस्य (वार्षिक) पंजीकृत है ।
सदस्यता शुल्क :-
मुख्य संरक्षक = ₹ 21000 (आजीवन)
संरक्षक सदस्य = ₹ 11000 (आजीवन)
विशिष्ट सदस्य = ₹ 5100 ( पाँच वर्ष )
सम्मानीय सदस्य = ₹ 1100 ( वार्षिक )
( मुख्य संरक्षक व संरक्षक सदस्यता लेने वालों को संस्था की तरफ़ से सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया जाता है ।)
समर्पण संस्था के बैंक खातो का विवरण :-
1. सदस्यता शुल्क व दान के लिए-
A/c Name : Samarpan Sanstha,
Bank Name : AXIS Bank Ltd.
A/c No. 909010036941934
IFSC Code UTIB0004332 at Jaipur
2. समर्पण आश्रय केयर होम ( दादा पोता निवास ) के निर्माण के लिए दान राशि भेंट करने हेतु-
Account Name-Samarpan Sanstha
A/c No-2181221534165890
Bank Name - Au Small Finance Bank Ltd
IFS Code - AUBL0002215
Branch Name - Gopalpura, Jaipur
(संस्था में दान राशि पर आयकर अधिनियम 80G के तहत इनकम टैक्स में छूट रहती है)
मीटिंग व कार्यक्रम :-
संस्था के सभी कार्यक्रम व मिटिंग्स की शुरूआत “समर्पण प्रार्थना “ के साथ होती है तथा समापन राष्ट्रगान के साथ किया जाता है। कार्यकर्ताओं के लिए यूनिफार्म सफेद टी शर्ट व कैप भी निर्धारित है। सदस्य आपस में मिलने पर ‘‘जय मंगल’ का उद्घोष भी करते हैं। प्रत्येक 3 वर्ष के बाद संस्था की कार्यकारिणी पुर्नगठित की जाती है।